मयूर का कांड: पुलिस की रडार पर ज्वैलरी, रुपये हड़पने वाले। युवती के मोबाइल से मिले स्क्रीन शॉट बढ़ाएंगे मयूर गैंग की मुश्किलें, एक-एक को देना होगा हिसाब
NBT24
खबर रतलाम से .....................
जावरा। दोस्ती करके धोखा देने और फिर ब्लेकमेल कर रुपये व ज्वैलरी हड़पने वाले बड़ावदा के युवक मयूर बाफना और उसकी मित्र मण्डली को हर हरकत अब भारी पड़ती जा रही है। जावरा के एक व्यापारी की बेटी को अपना शिकार बनाकर जिस तरह मयूर ने मौज की और दोस्तों को भी मौज करवाई वह अब सभी के लिए फंदा तैयार कर रही है। इस बीच पुलिस को युवती के मोबाइल से महत्वपूर्ण सुराग मिले है जिससे उन लोगों की मुश्किले बढ़ेगी, जिन्होने मयूर से रुपयों की लेनदेन की और ज्वैलरी खरीदी या गिरवी रखी। इस बीच एफआईआर होने के कुछ घंटे पहले ही मयूर का परिवार बड़ावदा छोड़ भागा है।
जावरा के एक व्यापारी की बेटी से इंदौर में पढ़ाई के दौरान दोस्ती करके बड़ावदा के निशित उर्फ मयूर बाफना ने उसके आपत्तिजनक वीडियो- फोटो लिए और फिर अपने जाल में उलझाया। फिर तंत्र मंत्र की रचना की और युवती के परिवार को भी बड़ा नुकसान पहुंचाया। इस दौरान मयूर ने युवती से करीब ३ करोड़ रुपये से अधिक की ज्वैलरी और नगद रुपये हड़प लिए। इस मामले में गुरुवार देर शाम एफआईआर हुई तो इसके पहले ही इसकी भनक मयूर के परिवार को लग गई और वह बड़ावदा छोड़ भागा। इधर एफआईआर करने के साथ ही पुलिस ने मयूर के लिए तलाशी अभियान शुरु कर दिया। इस बीच युवती के बयान भी करवाए गए तो वहीं युवती के मोबाइल से महत्वपूर्ण सुराग भी पुलिस को मिले। बताया जा रहा है कि मयूर ने अपनी अय्याशी के लिए कुछ दोस्तों की गैंग बना रखी थी और वह युवती से उन दोस्तों के खातों में भी रुपये ट्रांसफर करवा रहा था। इस दौरान मयूर ने अपनी बहन के खाते में भी रुपये ट्रांसफर करवाए तो वहीं दोस्त नागदा निवासी अमन पिता दिलीप छिपानी, बड़ावदा निवासी अनुराग पिता अशोक हिंगड़ और आकाश पिता सत्यनारायण पोरवाल के खाते में भी लाखों रुपये जमा करवाए। पुलिस ने जिन लोगों के खातो में पैसे जमा होने की जानकारी मिली उनको लगभग फ्रिज करवाते हुए इन खातेदार दोस्तों को थाने पर बुलवाया है। बताया जा रहा है कि बड़ावदा के कोई चत्तर और हिंगड़ नाम के शख्स मयूर को एक लाख रुपये ७ दिन के लिए उधार देते थे और बदले में एक लाख २५ हजार रुपये वसूलते थे। इसी प्रकार बड़ावदा के ही कुछ लोग जिनमें एक नेता के रिश्तेदार , एक व्यापारी और एक अब नगर पालिका चुनाव लडने का दावेदार आदि लोग ज्वैलरी गिरवी रखते थे और मोटे ब्याज पर मयूर को अय्याशी के लिए पैसे देते थे। पुलिस तक जैसे ही यह जानकारी पहुंच रही है तो पुलिस एक-एक करके पूछताछ के लिए थाने बुलाने वाली है। बताया जा रहा है कि जिन-जिन लोगों ने मयूर की मदद की है या उससे लेनदेन का व्यवहार रखा है उन सभी से पुलिस पूछताछ करेगी। पुलिस के अनुसार इस अपराध को अंजाम देने में या साजिश के दौरान मयूर का साथ जिन लोगों ने दिया होगा वे निश्चित ही अपराधी बनेंगे। इस बीच जैसे ही मयूर पर शिकंजा कसने का अभियान तेज हुआ और एफआईआर हुई उसके कुछ घंटे पहले ही परिवार ने बड़ावदा छोड़ दिया। *बताया जा रहा है कि जिस गाड़ी में परिवार भागा है वह नागदा के एक स्कूल में कार्यरत कर्मचारी के लड़के की है और वे झाबुआ की तरफ सुरक्षित ठिकाना ढुंढते हुए निकल भागे है।* पुलिस अब आरोपी का सहयोग करने में परिवार को भी शक की नजर से देख रही है। इस बीच यह मामला हाईप्रोफाइल हो गया है। लड़की ओर उसके परिजनों की पीड़ा को देखते हुए प्रदेश के एक दो मंत्री और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मामले पर पूरी निगरानी रखे हुए है। गौरतलब है कि निशित उर्फ मयूर बाफना लड़की से रुपये एंठते हुए लक्झरी लाईफ जी रहा था और सटटे व कमोडिटी के साथ अययाशी में पैसे उड़ा रहा था। अभी पिछले महीने ही निशित ने एक ब्लेक स्कॉर्पिओं भी इन्ही पैसो से खरीदी थी तथा बहन की शादी में भी जमकर नोट उड़ाए थे।मयूर इस तरह मज़े करता रहा और परिवार ने कुछ नही बोला, इस पहलू की भी पुलिस पड़ताल करेगी।
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जावरा। दोस्ती करके धोखा देने और फिर ब्लेकमेल कर रुपये व ज्वैलरी हड़पने वाले बड़ावदा के युवक मयूर बाफना और उसकी मित्र मण्डली को हर हरकत अब भारी पड़ती जा रही है। जावरा के एक व्यापारी की बेटी को अपना शिकार बनाकर जिस तरह मयूर ने मौज की और दोस्तों को भी मौज करवाई वह अब सभी के लिए फंदा तैयार कर रही है। इस बीच पुलिस को युवती के मोबाइल से महत्वपूर्ण सुराग मिले है जिससे उन लोगों की मुश्किले बढ़ेगी, जिन्होने मयूर से रुपयों की लेनदेन की और ज्वैलरी खरीदी या गिरवी रखी। इस बीच एफआईआर होने के कुछ घंटे पहले ही मयूर का परिवार बड़ावदा छोड़ भागा है।
जावरा के एक व्यापारी की बेटी से इंदौर में पढ़ाई के दौरान दोस्ती करके बड़ावदा के निशित उर्फ मयूर बाफना ने उसके आपत्तिजनक वीडियो- फोटो लिए और फिर अपने जाल में उलझाया। फिर तंत्र मंत्र की रचना की और युवती के परिवार को भी बड़ा नुकसान पहुंचाया। इस दौरान मयूर ने युवती से करीब ३ करोड़ रुपये से अधिक की ज्वैलरी और नगद रुपये हड़प लिए। इस मामले में गुरुवार देर शाम एफआईआर हुई तो इसके पहले ही इसकी भनक मयूर के परिवार को लग गई और वह बड़ावदा छोड़ भागा। इधर एफआईआर करने के साथ ही पुलिस ने मयूर के लिए तलाशी अभियान शुरु कर दिया। इस बीच युवती के बयान भी करवाए गए तो वहीं युवती के मोबाइल से महत्वपूर्ण सुराग भी पुलिस को मिले। बताया जा रहा है कि मयूर ने अपनी अय्याशी के लिए कुछ दोस्तों की गैंग बना रखी थी और वह युवती से उन दोस्तों के खातों में भी रुपये ट्रांसफर करवा रहा था। इस दौरान मयूर ने अपनी बहन के खाते में भी रुपये ट्रांसफर करवाए तो वहीं दोस्त नागदा निवासी अमन पिता दिलीप छिपानी, बड़ावदा निवासी अनुराग पिता अशोक हिंगड़ और आकाश पिता सत्यनारायण पोरवाल के खाते में भी लाखों रुपये जमा करवाए। पुलिस ने जिन लोगों के खातो में पैसे जमा होने की जानकारी मिली उनको लगभग फ्रिज करवाते हुए इन खातेदार दोस्तों को थाने पर बुलवाया है। बताया जा रहा है कि बड़ावदा के कोई चत्तर और हिंगड़ नाम के शख्स मयूर को एक लाख रुपये ७ दिन के लिए उधार देते थे और बदले में एक लाख २५ हजार रुपये वसूलते थे। इसी प्रकार बड़ावदा के ही कुछ लोग जिनमें एक नेता के रिश्तेदार , एक व्यापारी और एक अब नगर पालिका चुनाव लडने का दावेदार आदि लोग ज्वैलरी गिरवी रखते थे और मोटे ब्याज पर मयूर को अय्याशी के लिए पैसे देते थे। पुलिस तक जैसे ही यह जानकारी पहुंच रही है तो पुलिस एक-एक करके पूछताछ के लिए थाने बुलाने वाली है। बताया जा रहा है कि जिन-जिन लोगों ने मयूर की मदद की है या उससे लेनदेन का व्यवहार रखा है उन सभी से पुलिस पूछताछ करेगी। पुलिस के अनुसार इस अपराध को अंजाम देने में या साजिश के दौरान मयूर का साथ जिन लोगों ने दिया होगा वे निश्चित ही अपराधी बनेंगे। इस बीच जैसे ही मयूर पर शिकंजा कसने का अभियान तेज हुआ और एफआईआर हुई उसके कुछ घंटे पहले ही परिवार ने बड़ावदा छोड़ दिया। *बताया जा रहा है कि जिस गाड़ी में परिवार भागा है वह नागदा के एक स्कूल में कार्यरत कर्मचारी के लड़के की है और वे झाबुआ की तरफ सुरक्षित ठिकाना ढुंढते हुए निकल भागे है।* पुलिस अब आरोपी का सहयोग करने में परिवार को भी शक की नजर से देख रही है। इस बीच यह मामला हाईप्रोफाइल हो गया है। लड़की ओर उसके परिजनों की पीड़ा को देखते हुए प्रदेश के एक दो मंत्री और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मामले पर पूरी निगरानी रखे हुए है। गौरतलब है कि निशित उर्फ मयूर बाफना लड़की से रुपये एंठते हुए लक्झरी लाईफ जी रहा था और सटटे व कमोडिटी के साथ अययाशी में पैसे उड़ा रहा था। अभी पिछले महीने ही निशित ने एक ब्लेक स्कॉर्पिओं भी इन्ही पैसो से खरीदी थी तथा बहन की शादी में भी जमकर नोट उड़ाए थे।मयूर इस तरह मज़े करता रहा और परिवार ने कुछ नही बोला, इस पहलू की भी पुलिस पड़ताल करेगी।
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