रतलामी व्यापारी के मुनीम के साथ हुई लूट का पेटलावद पुलिस ने किया खुलासा
NBT24
खबर पेटलावद से...................
अवैध शराब व हथियार से जुड़े शातिर अपराधी, 8 लेन रोड में ठेकेदारी का कार्य करते है बदमाश।
पेटलावद - जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में अज्ञात बदमाशों द्वारा जिस तरीके से झाबुआ में लूट की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा था, उसी को ध्यान में रखते हुए एसपी आशुतोष गुप्ता द्वारा समस्त थाना प्रभारियों को पुलिस गश्त एवं पेट्रोलिंग बढ़ाने के एवं अपना मुखबीर तंत्र अधिक मजबूत करने के निर्देश दिइ थे। साथ ही जगह-जगह पूरे जिले भर में नाकाबंदी करने एवं संदिग्ध वाहनों की चैकिंग करने के निर्देश दिये गये थे ।
29 जुलाई को राजेश अपने साथी के साथ मोटर सायकल से बामनिया से रतलाम जा रहा था। जैसे ही वे चापल्दा घाटी के थोड़ा आगे पहूंचे एक सफेद रंग की स्वीफ्ट कार के चालक ने अपनी कार को राजेश की गाड़ी के आगे अड़ा दिया। स्वीफ्ट कार से दो व्यक्ति उतरे व राजेश की आंख में मिर्ची डालकर व उसके साथी के साथ मारपीट कर गले में टंगे बेग को छिन लिया। उसके बाद वह दोनों अज्ञात बदमाश स्वीफ्ट कार में बैठकर रफूचक्कर हो गए। बेग के अंदर करीब 2 लाख 50 हजार रुपए व कागजात थे। जिस पर थाना पेटलावद में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
अज्ञात बदमाशों द्वारा स्वीफ्ट कार से आकर फरियादी राजेश के साथ लूट की घटना को अंजाम देकर भाग जाने जैसी सनसनीखेज घटना को देखते हुए पुलिस द्वारा घटना के खुलासे के लिए बड़े स्तर पर सर्च अभियान चलाया गया। जिले में पहले से ही अनेक स्थानों पर नाकाबंदी व पुलिस चैकिंग कार्यरत थी। सूचना मिलते ही तत्काल अतिरिक्त नाकाबंदी की गई। विश्वसनीय मुखबीर द्वारा सूचना मिली कि, एक सफेद स्वीफ्ट कार घटनास्थल के आस-पास से गुजरी थी। पूरे जिले में नाकाबंदी होने के कारण दुर नहीं गई होगी।
उक्त सूचना पर थाना पेटलावद की पुलिस टीम द्वारा स्वीफ्ट कार के बदमाशों का पिछाकर कार चालक को पुलिस द्वारा पकड़ा एवं एक बदमाश कार से उतरकर भाग गया। पकड़े गए बदमाश का नाम पता पुछने पर उसने अपना नाम लक्ष्मण पिता बाबू भूरिया (24) निवासी ग्राम ढाढनिया मेघनगर का होना बताया एवं भागे हुए व्यक्ति का नाम दिनेश पिता कालिया परमार निवासी उदयगढ का होना बताया। मुखबीर द्वारा बताया गया था कि, उक्त दोनों व्यक्ति अवैध शराब के व्यवसाय में भी संलिप्त है और 8 लेन रोड में ठेकेदारी का कार्य करते है। कार की तस्दीक करने पर पता चला कि, यह वहीं कार थी जिसका उपयोग कर अज्ञात बदमाशों द्वारा फरियादी राजेश के साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया था। आरोपी लक्ष्मण से सख्ती से पुछताछ करने पर उसने लूट की वारदात को करना कबूल किया। उसने बताया कि, राजेश रायपुरिया की दुकान से पैसे इकट्ठे कर रहा था वहीं से ही राजेश के उपर नजर रखकर उनका पिछा उसने व दिनेश ने किया। उन्होने लूट की घटना में प्रयुक्त मिर्ची मसाला रायपुरिया की उसी दुकान से ही खरीदा था। आरोपी का पीआर लेकर पुछताछ की जाएगी जिसमें और घटनाओं के खुलासा होने की संभावना है। इस प्रकार इस सनसनीखेज घटना का खुलासा पुलिस द्वारा महज कुछ घंटो में किया। वही अवैध शराब और अवैध हथियार की जांच में पुलिस जुटी है। आरोपी से घटना में प्रयुक्त स्वीफ्ट कार क्रं. जीजे 06 डीजी 1110, एक देशी पिस्टल एवं एक जिदा कारतूस, 2 लाख 45 हजार 585 रूपए नगदी जब्त किए।
उक्त लूट का पर्दाफाश करने में एसडीओपी सुश्री सोनु डावर, थाना प्रभारी पेटलावद निरी. संजय रावत, उनि नरेश निनामा, उनि लोकेन्द्र चौहान, सउनि अम्बाराम, सउनि चन्द्रपाल, सउनि लाखन भाटी, प्रआर. कृष्णा, आर. रवि डावर, आर. 07 रवि, 106 जितेन्द्र, 435 गुलाब, 669 अनिल, 664 लालसिंह, 621 सुनिल का सराहनीय योगदान रहा। उक्त सराहनीय कार्य पर पुलिस टीम को पुलिस अधीक्षक झाबुआ द्वारा पुरस्कृत करने की घोषणा की गई।
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